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किसान साई जुडी खबरे !

ग्राम
अन्ना करें आंदोलन वरना उनके खिलाफ करूंगा अनशन: शेखर दीक्षित

December 30, 2020

राष्ट्रीय किसान मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने अन्ना हजारे पर मोदी सरकार के साथ साथ-गांठ के गंभीर आरोप लगाए हैं।

लखनऊ.
राष्ट्रीय किसान मंच के अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने

पर मोदी सरकार के साथ साथ-गांठ के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ओपेन लेटर लिख कर कहा है कि अन्ना अगर मोदी सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई नहीं लड़े तो उनके खिलाफ वह खुद अनशन करेंगे। शेखर दीक्षित ने सवाल उठाया है कि आखिर अन्ना हजारे पिछले साढ़े तीन साल से क्यों चुप बैठे हुए हैं।

पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा है कि आज किसान सर्वाधिक दुखी है। कृषि संकट में है। युवा बेरोज़गार घूम रहा है। सीमा पर रोज़ सैनिक शहीद हो रहे हैं। किसान रोज़ आत्महत्या कर रहे हैं।नोटबंदी व जीएसटी के दुष्प्रभाव से व्यापार -व्यवसाय चौपट है। महँगाई चरम पर है। चारों और भ्रष्टाचार का बोल बाला है। .देश बेहद नाज़ुक दौर से गुज़र रहा है। इसके बावजूद भी अन्ना हजारे 4 साल से मोदी सरकार के खिलाफ चुप है।

इस पर अन्ना के सहयोगी लखनऊ निवासी प्रताप चंद्रा ने जवाब देते हुए कहा कि अन्ना मजबूत लोकपाल की नियुक्ति, किसान समस्या और चुनाव सुधार के लिए 23 मार्च से दिल्ली में आर पार के संघर्ष हेतु सत्याग्रह करेंगे।

जानें पत्र में क्या लिखा-
श्रद्धेय अन्ना हज़ारे जी ,
मुम्बई

विषय – भ्रष्टाचार , मज़बूत लोकपाल , चुनाव सुधार पर आपकी 4 वर्ष तक की चुप्पी पर….

सादर नमस्कार ,
उपरोक्त विषय के संदर्भ में निवेदन है कि आपने व आपकी टीम जिसमें अरविंद केजरीवाल से लेकर कुमार विश्वास , किरण बेदी ने तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार के ख़िलाफ़ वर्ष 2011 से एक माहौल देश भर में खड़ा किया….
आपने कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार से निपटने में नाकाम बताते हुए मज़बूत लोकपाल , लोकायुक्त व चुनाव सुधार की माँग को लेकर निरंतर अभियान चलाया….
इस अभियान के माध्यम से देशवासियों को गुमराह करने में आप व आपकी टीम कामयाब रही….
देश में ऐसा लगने लगा कि कांग्रेस सरकार के जाते ही , देश से सारी बुराइयाँ समाप्त हो जायेगी…देश भ्रष्टाचार मुक्त बन जायेगा….भ्रष्टाचार से लड़ने के लिये एक मज़बूत लोकपाल देश में आयेगा….किसान से लेकर युवा व सभी ख़ुश रहेंगे और देश वापस से सोने की चिड़िया बन जायेगा…. देश ने इन्हीं सारी उम्मीदों के साथ मोदी सरकार को देश की सत्ता की चाबी सौंप दी….
मोदी सरकार को सत्ता में आये 4 वर्ष होने जा रहे है…. इन 4 वर्षों में देश को सपने तो अच्छे दिन के दिखाये गये थे लेकिन देश बेहद बुरे दिन देख रहा है….
आजतक ना तो एक मज़बूत लोकपाल , लोकायुक्त बन पाया और ना ही देश भ्रष्टाचार मुक्त बन पाया….
आज किसान सर्वाधिक दुखी है….कृषि संकट में है….युवा बेरोज़गार घूम रहा है….सीमा पर रोज़ सैनिक शहीद हो रहे है….किसान रोज़ आत्महत्या कर रहे है….
नोटबंदी व जीएसटी के दुशप्रभाव से व्यापार -व्यवसाय चौपट है…महँगाई चरम पर है….चारों और भ्रष्टाचार का बोल बाला है…देश बेहद नाज़ुक दौर से गुज़र रहा है …और आप व आपकी कांग्रेस के समय मुखर रहने वाली टीम को पिछले 4 वर्षों से ढूँढ रहा है….
आपने पिछले 4 वर्षों में सिर्फ़ कौरी व दिखावटी बयानबाजियाँ ही की है….और आपकी टीम राजनीति में सेट हो गयी…आपने पिछले 4 वर्षों में मोदी जी को विभिन्न जनहित के मुद्दों पर 30 पत्र लिखे…जिसका आपके मुताबिक़ आपको जवाब तक नहीं मिला…आपने पिछले दिनो मोदी को अहंकारी भी बताया…आपकी माँगे आज तक पूरी नहीं हुई है…
हाल ही में आपने पूर्व की तरह एक बार फिर लोकपाल , किसानो की समस्या , चुनाव सुधार को लेकर 23 मार्च से सत्याग्रह की घोषणा की है….आपका ये आंदोलन भी सरकार के आख़री वर्ष में सिर्फ़ दिखावटी व मोदी सरकार के साथ मिलकर साँठगाँठ वाला प्रतीत हो रहा है…..
जेसा अभियान आपने कांग्रेस सरकार के समय छेड़ा था , वो आप अब क्यों नहीं छेड़ रहे है…?
इन 4 वर्षों में आप सिर्फ़ पत्र लिखने तक ही सीमित क्यों रहे ? इस सरकार की वास्तविकता व ज़मीनी हक़ीक़त को लेकर आप जनता के बीच क्यों नहीं गये ? आपने लोकपाल को लेकर इतना इंतज़ार क्यों किया ? आपकी भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई , इन 4 वर्षों में देखने को क्यों नहीं मिली ? जीएसटी -नोटबंदी से देश जूझ रहा है , आप उनके साथ खड़े क्यों नहीं हुए ?
आपकी 4 वर्षों की चुप्पी ने ही सब बया कर दिया…? कांग्रेस के ख़िलाफ़ आपका आंदोलन महज़ एक षड्यंत्र का हिस्सा था….
मैं इस पत्र के माध्यम से आपसे आग्रह करते हुए , चेतावनी भी दे रहा हूँ कि आपने मोदी सरकार के ख़िलाफ़ इस आखिरी वर्ष में आर -पार की लड़ाई के बजाय , दिखावटी व साँठगाँठ वाली मुहिम छेड़ी तो मैं अपने सैकड़ों साथियों के साथ आपके गाँव रालेगण सिद्धि में आपके निवास के सामने अनशन पर बैठ जाऊँगा….और आपकी व आपकी टीम की वास्तविकता से पूरे देशवासियों को अवगत कराऊँगा….
धन्यवाद ।

आयुर्वेद

पियरे कार्डिन: वो आदमी, जिसने पहली बार कहा- फैशन भी बिज़नेस है
“मैं अपने नाम के साबुन से हाथ धोता हूं. अपने नाम का परफ्यूम लगाता हूं. अपने नाम की चद्दर पर सोता हूं. अपने नाम पर ही जीता हूं.”
जिसके नाम-नाम की इतनी बात हो रही, उसका नाम है क्या? कार्डिन. पियरे कार्डिन. मशहूर फ्रांसीसी फैशन डिज़ाइनर, जिन्होंने पहली बार फैशन को बिज़नेस से जोड़ा था. जिन्होंने पहली बार ये सोचा था कि साब, फैशन में भी तो बिज़नेस हो सकता है. कार्डिन नहीं रहे. 29 दिसंबर को उनका निधन हो गया. वे 98 साल के थे. कार्डिन के सफरनामे पर भी बात करेंगे. लेकिन पहले उनसे जुड़ा एक किस्सा आपसे साझा करते हैं, ताकि आप भी उनकी शख़्सियत समझ सकें.

फ्रांसीसी डिज़ाइनर, जो साड़ी का मुरीद था

इंडियन एक्सप्रेस में छपा एक किस्सा आपको बताते हैं. 1972 की बात है. वेनिस शहर में एक कार्यक्रम हुआ. ‘ईस्ट मीट्स वेस्ट’ नाम से. दुनिया के कोने-कोने से तमाम कलाकार, डिज़ाइनर्स वगैरह जुटे. उस समय भारत में सिमी ग्रेवाल का बड़ा नाम हुआ करता था. और देश-दुनिया के फैशन में पियरे कार्डिन का. लिहाजा कुछ फोटोग्राफर्स इन दोनों की साथ में तस्वीरें लेना चाहते थे. कार्डिन और ग्रेवाल का आमना-सामना हुआ. ग्रेवाल ने साड़ी पहन रखी थी. फ्रांस के डिज़ाइनर कार्डिन के पहले शब्द थे– “आप साड़ी में काफी खूबसूरत लग रही हैं.” कुछ बरस बीते. कार्डिन भारत आए. फिर सिमी ग्रेवाल से सामना हुआ. इस बार सिमी किसी वेस्टर्न ड्रेस में थीं. कार्डिन फौरन बोले– “साड़ी कहां है?”
December 31, 2020
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ऑस्ट्रेलिया टूर से बाहर हुए उमेश की जगह तीसरे टेस्ट में कौन खेलेगा?
मेलबर्न जीतने के बाद सिडनी के लिए तैयार टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है. सीनियर पेसर उमेश यादव बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से बाहर हो गए हैं. उन्हें बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन बोलिंग करते हुए चोट लग गई थी. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के दौरान अपना चौथा ओवर फेंकते वक्त उमेश एकाएक लंगड़ाने लगे. उन्होंने तुरंत ही फिजियो को बुलाया. लेकिन फिजियो के आने के बाद भी उनकी समस्या दूर नहीं हुई. वह लंगड़ाते हुए मैदान से बाहर चले गए.
December 31, 2020
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कृषी यन्त्र

कीटनाशक छिड़काव

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January 5, 2021
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ग्राम शिक्षा

ग्राम आधुनिक शिक्षा

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ग्राम संस्कृति

शाओमी के नए नवेले एंड्रॉयड फ्लैगशिप Mi 11 की ये 5 बातें दिल को खुश कर देंगी
चाइनीज कंपनी शाओमी ने अपना नया फ्लैगशिप फोन मी 11 (Mi 11) लॉन्च कर दिया है. ये पहला एंड्रॉयड फोन है, जिसके अंदर क़्वालकॉम का नया नवेला फ्लैगशिप प्रोसेसर स्नैपड्रैगन 888 लगा है. अभी मी 11 सिर्फ़ चाइनीज मार्केट के लिए ही अनाउन्स किया गया है, मगर जल्द ही ये दुनिया के बाक़ी देशों में भी आएगा. इसकी कीमत 3,999 युआन यानी करीब 45,000 रुपए से शुरू होती है. ये 1 जनवरी 2021 से चीन में मिलना शुरू होगा. शाओमी मी 11 के लॉन्च के साथ ही इसके कैमरा फीचर, चार्जर और फिंगरप्रिन्ट सेन्सर के बारे में बातें शुरू हो गई हैं. हम उन्हीं चीज़ों की बात यहां पर करेंगे, जिनका जानना आपके लिए जरूरी है. मगर पहले इसके स्पेक्स पर एक नज़र डाल लेते हैं:
December 31, 2020
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शरीर पर सांपों से मसाज करवाते देख लिया, अब हाथी चलता भी देख लीजिए!
रॉयटर्स की ओर से ट्विटर पर डाला गया ये वीडियो खूब शेयर हो रहा है. पीठ पर रेंगते हुए सांपों को देखकर लोग पूछ भी रहे हैं, कि भई ये कैसा मसाज है. इस स्पा के मालिक सफवत सेदकी की मानें तो सांपों द्वारा किए जाने वाले इस मसाज से मांसपेशियों और जोड़ों का दर्द कम करने में मदद मिलती है. इसी वीडियो क्लिप में एक कस्टमर दिया जेन कहते हैं:
“मैं पहले घबराया हुआ था. अपने शरीर पर सांपों के होने की बात से डरा हुआ था. लेकिन मेरा डर, घबराहट और तनाव उस वक्त कम हो गया, जब सांप मेरी पीठ पर चलने शुरू हुए. मुझे सुकून का अहसास हुआ. मेरा आत्मविश्वास भी बढ़ गया.”
ये तो हुई सांपों से मसाज की बात. लेकिन ये कोई पहली या इकलौती बार नहीं है, जब सांपों द्वारा मसाज दिया गया हो, ये दूसरी जगहों पर भी किया जाता है. हमने सोचा कि ऐसे और कौन से अजीबोगरीब मसाज होते हैं, ज़रा इस पर नज़र घुमा ली जाए. आप भी देखिए:
December 31, 2020
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आमिर खान के लिए शेरों को बंधक बनाया गया? मामला कोर्ट तक पहुंच गया है
बॉलीवुड एक्टर आमिर खान हाल में शादी की 15वीं सालगिरह के दौरान गुजरात के गिर के जंगल में घूमने गए थे. उनके साथ पत्नी किरण राव भी थीं. इस दौरान आमिर शेरों पर नजर रखने वाले हाईटेक मॉनिटरिंग सेंटर भी गए. वहां मौजूद अधिकारियों से आमिर ने जाना कि शेरों की मॉनिटरिंग कैसे करते हैं. लेकिन इसी टूर को लेकर हाई कोर्ट को लिखी गई एक चिट्ठी से आमिर खान मुसीबत में आ सकते हैं. आइए बताते हैं, मामला क्या है. किसकी चिट्ठी? चिट्ठी में क्या? पोरबंदर जिला के वाइल्ड लाइफ वॉर्ड के सदस्य भानू ओडेदरा ने गुजरात हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विक्रमनाथ को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने दावा किया है कि आमिर खान गिर के जंगल में दौरे के वक्त प्रतिबंधित क्षेत्र में भी गए थे. कई बार ऐसा होता है कि एक ही रूट पर पर्यटक जाते हैं, तो उन्हें एक भी शेर देखने नहीं मिलता है. जबकि आमिर खान जिस ट्रैक पर गए, वहां 13 शेर टहलते हुए नजर आए. वो भी सुबह के वक्त, जैसा कभी नहीं होता.
December 31, 2020
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